cognito vivisome
Thursday, January 1, 2009
जंगली, घमंडी और इंसान
जंगली वो है जो सोचे उसे जो न मिले वो दूसरों को भी न मिले
घमंडी वो है जो सोचे उसे जो मिले वो दूसरों को न मिले
इंसान वही है जो सोचे उसे जो मिले न मिले दूसरों को ज़रूर मिले
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