Saturday, April 18, 2009

नूर की बारिश

पंछी हो या हेलिकोप्टर
आज उड़ने की प्यास पूरी हुई
आज उनकी ख्वायिशें पूरी हुई


दो महीने पहले की अर्जी थी उनकी
पर मौला का दरवाजे पे पहले पहुँची धरती
फिर बरसा पानी आज तक

आसमान में नूर की बारिश हुई
आज उनकी ख्वायिशें पूरी हुई

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